शहीद संदीप रावत के परिवार के हक़ के लिए अनशन एवं धरना प्रदर्शन
देहरादून | आज दिनांक 28 नवंबर 2021 को कश्मीर मे युवा 21 साल का फ़ौजी शहीद संदीप रावत को शहीद हुए कश्मीर मे आंतकवादीयों के साथ तंगद्दार सेक्टर मे लड़ते हुवे वीरगति को प्राप्त हुवे थे वर्ष 27 अक्टूबर 2016 को, देहरादून के नवादा कोटला स्थान मे परिवार मे माताजी आशा रावत, पिताजी स्वर्गीय हरेंद्र सिंह रावत, बड़ा भाई दीपक सिंह रावत के ऊपर जैसे पहाड़ टूट पड़ा, उत्तराखंड सरकार से मंत्री गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, वर्तमान मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने कई बार आश्वासन दिया था की आपके परिवार एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी, आज 5 वर्ष बीत गए लेकिन उत्तराखंड सरकार ने हजारों बार आश्वासन दिया की आपके बड़े बेटे दीपक सिंह रावत को योग्यता के अनुसार नौकरी देंगे लेकिन आज तक कुछ नहीं मिला, मिला तो आश्वासन ही आश्वासन बस और कुछ नहीं आज सरकार को चेताने के लिए एक दिवसीय धरना, प्रदर्शन, अनशन देहरादून के गाँधी पार्क पर हजारों गांव वासियों ने समर्थन किया, परिवार के साथ, उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ, केंद्रीय प्रचार सचिव, चौबट्टाखाल विधानसभा से प्रत्याशी विरेन्द्र सिंह रावत, केंद्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ प्रमिला रावत, केंद्रीय कोषाध्यक्ष मोहन काला, प्रकाश ढोंडियाल lराकेश सिंह, सूरज थापा, मेहरबान सिंह रावत, मीनाक्षी सेमवाल, सृष्टि उनियाल, रूपा यादव, नेहा, सानिया, प्रकाश देवी, इंदु देवी, साजन, सजना, तस्लीम, आमना, प्रियंका, आशा रावत आदि ने समर्थन किया और सरकार को चेताया की अगर हमारी मांग पूरी नहीं की गयी तो मुख्यमंत्री आवास घेराव किया जाएगा, उत्तराखंड सरकार फ़ौजी शहीदों के लिए पुरे उत्तराखंड मे शहीद सम्मान यात्रा का आयोजन किया जा रहा है जो की गुमराह किया जा रहा है फ़ौजी के परिवार को यू के डी विरेन्द्र सिंह रावत ने कहा की उत्तराखंड वीर सैनिको की भूमि है आज भारत सरकार की सुरक्षा उत्तराखंड के फ़ौजी कर रहे है और अपने ही सैनिको के परिवार के साथ ऐसा अन्याय हो रहा है