राष्ट्रीय दृष्टिबधितार्थ दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में कार्यशाला का हुआ आयोजन, जानिए खबर
देहरादून | राष्ट्रीय दृष्टिबधितार्थ दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, राजपुर रोड देहरादून में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी सेमेस्टर के विद्यार्थियों की सिम्युलेटेड टीचिंग से संबंधित कार्यशाला का समापन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह नेगी कुलपति उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण को लेकर विश्वविद्यालय हमेशा से गंभीर रहा है और इसी की परिणति है कि विश्वविद्यालय का यह पाठ्यक्रम आज दिव्यांगजनों के लिए विशेष शिक्षक तैयार करने में राज्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि यथाशीघ्र विश्वविद्यालय को विशेष शिक्षा में एम एड पाठ्यक्रम की मान्यता नवीन सत्र से मिल जाएगी जिसके लिए विश्वविद्यालय ने सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर भारतीय पुनर्वास परिषद को प्रेषित किया जाना है।साथ ही उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा बीएड विशेष शिक्षा के दो अन्य पाठ्यक्रम दृष्टि बधितार्थ व श्रवण बाधिता के संचालन की अनुमति इसी सत्र से विश्वविद्यालय को मिल चुकी है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी निदेशक डॉ कमलवीर जग्गी ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा के विश्वविद्यालय द्वारा इस तरह के पाठ्यक्रमों को लेकर गंभीर प्रयास किया जाना है यह समाज के हित की बात है। और हम सब का प्रयास यह होना चाहिए कि इस तरह के संस्थान के लिए सभी नागरिकों को सहयोग करना आवश्यक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रतिभागी संस्थान की सेवाओं का लाभ लेकर दिव्यांग जनों के लिए सेवा प्रदाता और शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ सिद्धार्थ कुमार पोखरियाल द्वारा छह दिवसीय कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इससे पूर्व डॉ विनोद के द्वारा सभी प्रतिभागियों में आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रतिभागी मीनाक्षी एवं सलोनी आनंद द्वारा कार्यशाला में अपने अनुभव बताए गए। कार्यशाला के समापन सत्र पर डॉ सुरेंद्र धालीवाल, इसोप नोबी, राजन तरुण नेगी इत्यादि समय बीएड विशेष शिक्षा के द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर के समस्त विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।