सरकार योग प्रशिक्षितों को रोजगार प्रदान करे : नैथानी
देहरादून | विश्व योग दिवस के अवसर पर पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंत्री प्रसाद नैथानी ने देश एवं प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग की विद्या को हमारे आराध्य देव भगवान शंकर ने उत्पन्न कर सबसे पहले योग की दीक्षा पार्वती माता को दी। तत्पश्चात महर्षी पतंजलि ने विश्व को योग के माध्यम से स्वस्थ एवं जीवित रहने का संदेश दिया। इसी कारण पूरे विश्व में भारत वर्ष को योग विद्या का श्रोत माना गया।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में भी योग को विकसित करने के लिए दिलराज प्रीतकौर को राज्य का ब्रांड एंबेसडर नियुक्ति किया था किन्तु दुर्भाग्य की बात है कि विगत दो वर्षों से उनको मानदेय नहीं दिया गया। मानदेय के लिए दिलराज प्रीतकौर को मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारियों तक के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैकड़ों योग प्रशिक्षत बेरोजगार अपने रोजगार के लिए विगत तीन वर्षों से सरकार से मांग करते आ रहे हैं किन्तु सरकार की ओर से अभी तक कोई पहल नहीं की गई।
पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि आज विश्व योग दिवस के अवसर पर कांग्रेस ब्रांड एम्बेसडर दिलराज प्रीतकौर के मानदेय के भुगतान की मांग करती है साथ ही उत्तराखंड में बेसिक शिक्षा से लेकर स्नातकोत्तर तक के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में योग प्रशिक्षित बेरोजगारों को नियुक्ति प्रदान करने की मांग भी करती है। तभी विश्व योग दिवस का महत्व सिद्ध हो पाएगा।