फीस एक्ट लागू करे सरकार : वीएस रावत
देहरादून | उत्तराखंड के नैशनल फुटबाल कोच और क्लास वन रेफरी, अनगिनत अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्टेट अवार्ड से सम्मानित, सामाजिक कार्यकर्ता विरेन्द्र सिंह रावत ने आज कहा कि उत्तराखंड का देहरादून शिक्षा का हब है पूरे भारत मे देहरादून की शिक्षा का बेहतरीन स्तर कई बर्षों से नंबर वन रहा है 1200 के लगभग देहरादून मे स्कूल है उत्तराखंड ने देश को बेहतरीन युवा दिए है जो पूरे भारत और विश्व मे अपना लोहा मना रहे है, नेता हो, हीरो हो, बॉलीवुड हो, वैज्ञानिक हो, अधिकारी हो बड़े से बड़ा पद हो, आर्मी हो सभी मे देहरादून के स्कुल से पड़े लोग है यहा की पड़ने और पढ़ाने का अलग ही अंदाज है उन्होंने कहा जब हम पड़ते थे हमने शुरूआत की थी देहरादून के स्कूल मे एक पैसे फीस दी थी और जब पोस्ट ग्रेजुएट हुए तब 150 फीस दी थी हर महीने लेकिन आज इसमे बहुत बड़ी खामियां भी है उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 20 साल मे देहरादून मे प्राइवेट स्कूल की तादात धड़ल्ले से खुली और स्कूल के मालिकों ने शिक्षा को व्यावसायिक बना दिया अपनी मन मर्जी से फीस का बढ़ाना, अभिभावकों का शोषण, किताबों की लूट आदि कई परेशानियों से मध्यम वर्ग, गरीब वर्ग के अभिभावक का शोषण हो रहा है लेकिन किसी भी स्कूल मे कोई सरकार और शिक्षा विभाग की लगाम नहीं है
लूट खसोट खुले आम चल रही है भारत के अन्य राज्यों मे फीस ऐक्ट बनी है लेकिन जो उत्तराखंड, देहरादून शिक्षा का स्वर्ग है वहा ही फीस ऐक्ट नहीं बना इसके लिए हमने भी कमर कस ली है कि जो अभिभावक कई बर्षों से शोषित हो रहे थे उनके हित के लिए संघर्ष करते रहेंगे जब तक सरकार फीस ऐक्ट और शिक्षा नीति नहीं लाती जिस तरह सरकार ने हमारे 20 साल के संघर्ष जो हम खिलाड़ी, कोच और रेफरी के लिए लड़ रहे रहे थे खेल नीति को मंजूर किया और 14 अक्तूबर 2020 को उसमे विधान सभा मे केबिनेट की बैठक मे मोहर लगने वाली है जिसमें हमारे 26 सुझाव को स्वीकार किया जिससे खिलाडियों, कोचों और रेफरी का भला होगा और सरकारी नौकरी मिलेगी उसी तरह फीस ऐक्ट बनने से स्कूल की मनमानी और लूट खसोट रुकेगी महंगी फीस से निजात मिलेगी |