पर्यावरण मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वच्छता पर नर्इ वेबसाइट का किया शुभारम्भ
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में राष्ट्रीय स्वच्छता विकास प्रक्रिया प्राधिकरण (एनसीडीएमए) ने नई वेबसाइट http://www.ncdmaindia.gov.in का शुभारंभ किया। पिछले शुक्रवार को शुरू की गई नई वेबसाइट सीडीएम परियोजनाओं का पूरा जीवन चक्र कवर करेगा। इसके शुरूआत के साथ ही मंत्रालय ने ई-गवर्नेंस के सिद्धांत को लागू करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है।परियोजना से संबंधित जानकारी को मापदंड के तरीकों के अनुसार ऑन लाइन देने से स्वच्छता विकास प्रक्रिया (सीएमडी) परियोजनाओं के पूरे जीवन चक्र को समझने में मदद मिलेगी। इससे विभिन्न स्तरों पर परियोजनाओं की निगरानी भी होगी। इस वेब आधारित एप्लिकेशन से देश में सीएमडी परियोजनाओं से संबंधित सतत विकास गतिविधियों के परिचालन और निगरानी में पारदर्शिता बढ़ेगी। वैश्विक स्तर पर इस दिशा में विकसित यह पहला वेब आधारित एप्लिकेशन होगा।इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव अशोक लवासा ने देश के एनसीडीएमए की कार्य प्रक्रिया को और व्यवस्थित करने की पहल की सराहना की। एनसीडीएमए को सबसे अधिक कार्य कुशल और सक्रिय मनोनीत राष्ट्रीय प्राधिकरण (डीएनए) माना जाता है। लवासा ने स्मरण किया कि राष्ट्रीय स्वच्छता विकास प्रक्रिया प्राधिकरण (एनसीडीएमए) सीएमडी परियोजनाओं को मेजबान देश अनुमोदन (एचसीए) के लिए दिसम्बर 2003 में राष्ट्रीय स्वच्छता विकास प्रक्रिया प्राधिकरण (एनसीडीएमए) की स्थापना की गई थी। 30 अप्रैल, 2015 तक उसने 2,941 परियोजनाओं को एचसीए प्रदान कर दिया था, जिससे देश में करीब 579,306 करोड़ रुपये का निवेश संभव हुआ। ये परियोजनाएं ऊर्जा क्षमता, ईंधन बदलने, औद्योगिक प्रक्रियाओं, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट, नवीकरणीय ऊर्जा और वन क्षेत्र में हैं, जो देशभर में फैली हुई हैं। 24 अप्रैल, 2015 को सीएमडी कार्यकारी बोर्ड द्वारा पंजीकृत कुल 7629 परियोजनाओं में से 1564 परियोजनाएं भारत से हैं, जो विश्व में दूसरी सबसे अधिक परियोजनाएं हैं। 191 मिलियन (13.27 प्रतिशत) भारतीय परियोजनाओं को उत्सर्जन में प्रमाणित कमी (सीईआर) का प्रमाण पत्र जारी किया गया है।