जब तक प्रधानमंत्री मेरी मांगें नहीं मानेंगे, मैं अनशन नहीं तोड़ूंगी: स्वाति
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सातवें दिन का अनशन भी रोज की तरह राजघाट पर बापू की समाधि पर जाकर शुरू किया। वह व्हीलचेयर पर बैठकर राजघाट पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने अपने हाथ में एक तख्ती पकड़ी हुई थी, जिस पर लिखा था कि यह केवल मेरी ऊर्जा बचाने के लिए है, मैं अभी भी पांच किमी दौड़ सकती हूं। अनशन में उन्हें लगातार महिलाओं, कॉलेज की छात्राओं, राजनीति जगत से जुड़े लोग और तमाम संगठनों का सहयोग मिल रहा है। लगातार गिरती सेहत के बावजूद गुरुवार को भी वह अपनी मांगों पर अड़ी रहीं। स्वाति का कहना है कि अगर प्रधानमंत्री जिद्दी हैं तो मैं उनसे ज्यादा जिद्दी हूं। जब तक वह मेरी मांगें नहीं मानेंगे, मैं अपना अनशन नहीं तोड़ूंगी। वह यहां बच्चों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के खिलाफ कड़े कानून की मांग कर रही हैं। नोएडा के एक स्कूल की छात्राएं भी अनशन का समर्थन करने पहुंचीं। शाम को स्वाति ने प्रधानमंत्री द्वारा लंदन में दिए गए बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा कि वो यह बताएं कि राजनीति कौन कर रहा है? यह दुख की बात है कि जब पूरा देश इन घटनाओं पर गुस्से में उबल रहा है। देश की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री एक और बयान दे रहे हैं। आज देश अपने प्रधानमंत्री से कार्रवाई चाहता है। स्वाति ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह एक साल की दुष्कर्म पीड़ित बच्ची से मिलें। स्वाति ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इतने निष्ठुर नहीं हैं कि वह ऐसी बच्ची से मिलने के बाद भी नहीं पिघलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मैं भी उनकी बेटी हूं, अगर वह जिद्दी हैं तो मैं भी कम नहीं हूं।