एक्शन में सीएम : प्रदेश में लम्बे समय से अनुपस्थित चिकित्सकों की सेवा समाप्ति के निर्देश
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश के प्रान्तीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित 81 चिकित्साधिकारियों की सेवा समाप्ति सम्बन्धी प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित इन चिकित्सकों की विभाग में अनुपस्थिति की तिथि से सेवा समाप्ति सम्बन्धी प्रस्ताव को सहमति हेतु लोक सेवा आयोग को भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने आदेशों की अवहेलना पर लो.नि.वि के अधिशासी अभियन्ता को किया निलम्बित
वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लो.नि.वि के अधिशासी अभियन्ता अनुपम सक्सेना को आदेशों की अवहेलना का दोषी पाये जाने पर निलम्बित करने के निर्देश दिये हैं। सक्सेना को प्रान्तीय खण्ड लो.नि.वि पौड़ी से विश्व बैंक खण्ड लो.नि.वि अस्कोट में तैनात किया था जिसका अनुपालन उनके द्वारा नहीं किया गया तथा बिना अवकाश स्वीकृत कराये कार्यालय से गैर हाजिर हैं। मुख्यमंत्री द्वारा प्रमुख अभियन्ता लो.नि.वि. की संस्तुति के आधार पर श्री सक्सेना की स्वेच्छाचारी प्रवृत्ति शासकीय आदेशों का अनुपालन न करने बिना अवकाश गैर हाजिर रहने तथा अच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना पर निलम्बित करने के निर्देश दिये हैं।
कोविड-19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री ने स्वीकृत की 03 करोड़ की धनराशि
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य में कोविड-19 के प्रसार एवं उससे हो रहे संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिये दून मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध दून चिकित्सालय को एसडीआरएफ मद से 03 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। इस धनराशि से चिकित्सालय के माइक्रोबाइलोजी विभाग में आवश्यक उपकरणों आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।