उत्तराखंड : विपक्ष ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने के मुद्दे पर सरकार को घेरा
गैरसैंण । गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के मुद्दे पर कांग्रेस ने सोमवार को सरकार को कटघरे में करने की कोशिश की। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि पिछले साल चार मार्च 2020 को राज्य सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया और फिर भूल गए। जब तक सरकार यहां से चलेगी नहीं, तब तक भला राजधानी बनाने लाभ क्या है? इस पिछले एक साल में सरकार, मंत्री, विधायक, अफसर यहां कितनी बार आए ? कुंजवाल ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने का लाभ तब मिलेगा, जब कम से कम छह महीने तक सरकार गैरसैंण से ही चले। विधायक दल के उपनेता करन माहरा ने सभी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केवल बातों से ही बात नहीं बनने वाली है। आज राज्य का हर वर्ग परेशान है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के नारे लगाने वाली भाजपा की सरकार में महिलाओं का सबसे ज्यादा उत्पीड़न हो रहा है। अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला संस्कृत विभाग की निदेशक का भी सामने आया है।