उत्तराखंड : युवाओं की चाह बन रहे है युवा नेता “वीएसआर “
देहरादून | उत्तराखंड के प्रसिद्ध खिलाड़ी /कोच /रेफरी विरेन्द्र सिंह रावत अनगिनत इंटरनेशनल /नैशनल /स्टेट अवार्ड से सम्मानित एक महीने पहले वीएसआर ने घोषणा की थी कि वो राज्य हित के लिए राजनीति मे प्रवेश करेंगे और इस एक महीने मे करोडों युवा उनके साथ सोशल मीडिया फेस बुक, इंनस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब मे उनके समर्थन मे जुड़ गए है अपितु उत्तराखंड के जितने भी लोग अन्य राज्यों मे निवास कर रहे है है उनका भी बेह्तरीन समर्थन मिल रहा है रावत ने समस्त युवाओं और सामाजिक संगठनों का तह दिल से धन्यवाद दिया है कि अगर हम 2022 मे विधायक आपके आशीर्वाद से बने तो तो युवाओं को पलायन नहीं करना होगा उनके लिए रोजगार स्वरोजगार, दुरस्त गांव मे बेह्तरीन चिकित्सा, शिक्षा और खेल की बेह्तरीन सुविधाओं से उनका भविष्य बनाया जाएगा रावत के पास सभी पार्टियों से वार्ता के प्रस्ताव आ रहे है जिस भी पार्टी मे रावत के सुझाव मंजूर होंगे रावत उस पार्टी को जॉइन करेंगे अगर बात ना बनी तो निर्दलीय लड़ेंगे उन्होंने घोषणा भी की है कि और राज्य हित के लिए अपने क्षेत्र डॊईवाला ब्लॉक जहा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी विधायक है वहा से चुनाव की तैयारी कर रहे है पिछले 20 सालो मे उत्तराखंड का उचित विकास नहीं हुआ है जितनी भी सरकार आयी केवल लूट खसोट हुवा है आज उत्तराखंड के लाखों युवा बेरोजगारी की दंस झेल रहे है रावत को मजबूरन होकर राजनीति मे आना पड़ रहा है क्युकी उन्होंने खुद 20 साल मे अपने साथ शोषण होते हुए देखा है कि किस तरह एक आम इंसान को अपने ही राज्य मे शोषित किया जाता है |
रावत उत्तराखंड के खेल के लिए है समर्पित
उत्तराखंड की समस्त जनता भलीभाँति जानती है कि रावत के साथ क्या क्या हुवा है रावत ने बिना निस्वार्थ भाव से उत्तराखंड के खेल के लिए कितना काम किया है और एक सामाजिक कार्यकर्ता होते हुए भी समाज के हर जाति का भला किया है रावत ने बताया है कि हमने आंदोलनकारी होते हुए उत्तराखंड राज्य 1994 की महत्वपूर्ण लड़ाई मे प्रथक राज्य के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है हम खुद जान को हथेली मे रखकर गोली डंडे खाकर अलग राज्य बनाया और आज भी हमारी स्थाई राजधानी गैरसैण नहीं बनी, नेता लोग देहरादून मे बैठकर नींद की चेन ले रहे है उत्तराखंड के मुख्य 9 जिलों का आज भी बुरा हाल है, भूअध्यादेश अभी तक लागू नहीं हुआ है बेरोजगारी चरम सीमा पर है, चिकित्सा का बुरा हाल है, शिक्षा की तो दुर्दशा तो पूछो ही नहीं बहुुुत स्कूल बंद कर दिए गए है और जो बचे सरकारी स्कुल है उनका भी बुरा हाल है, राज्य खेल फुटबाल की ओर सरकार का ध्यान नहीं है और अन्य मुख्य खेल पर बाहर के लोगों का राज है खिलाड़ी पलायन करने को मजबूर है रावत ने कहा कि उत्तराखंड के लोग बड़े बड़े पदों पर आई ए एस, पी सी एस, आई एफ एस, डॉक्टर, इंजीनियर है जो अन्य राज्यों पर सेवा कर रहे है |
विधायक बने तो निस्वार्थ भावना से प्रदेश का उचित विकास करेंगे
रावत ने कहा अगर 2022 मे हम विधायक बने तो निस्वार्थ भावना से प्रदेश का उचित विकास करेंगे और सभी सहयोगियों का तह दिल से धन्यवाद भी दिया कि आपके समर्थन से हम एक उचित उत्तराखंड का विकास करेंगे 50 साल की उम्र में रावत युवाओं के लिए एक प्रेरणा श्रोत बने हुए है कोरोना काल के दौरान रावत के द्वारा बहुत उचित कार्य किए गए हैं जिसको सोशल मीडिया के माध्यम से समाज को जागरूक किया गया रावत ने अंत मे सभी के लिए एक संदेश दिया है कि असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो जब तक ना सफल हो तुम नींद चेन को त्यागो तुम संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागों तुम कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती |