उत्तराखंड : भराड़ीसैंण में हुए लाठीचार्ज के विरोध में आप, कांग्रेस , यूकेडी एवं आंदोलनकारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
देहरादून। भराड़ीसैंण में प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने देहरादून के गांधी पार्क में सांकेतिक उपवास रखते हुए धरना दिया। साथ ही लाठीचार्ज मामले में कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि पहाड़ों की महिलाओं पर लाठीचार्ज करने के साथ ही वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों की सड़क चैड़ीकरण की छोटी सी मांग को त्रिवेंद्र सरकार पूरा करने की बजाय, लोगों पर लाठीचार्ज करवा रही है। मुख्यमंत्री बजाय दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने के ठीक उलट, यह तर्क दे रहे हैं कि पहले किसने हमला किया. साथ ही वह वीडियो दिखाया जा रहा है, जिसमें कुछ ग्रामीण आक्रोश में हैं। स्वाभाविक है कि जब उनकी माताओं-बहनों पर लाठीचार्ज किया गया तो वे पुलिस से टकराव कर रहे हैं। उसमें सरकार यह दिखाकर पुलिस लाठीचार्ज को जायज ठहरा रही है। उत्तराखंड की महिलाएं सीएम त्रिवेंद्र सिंह को कभी माफ नहीं करेंगी।वही दूसरी तरफ उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने लाठीचार्ज के विरोध में पार्टी संरक्षक काशी सिंह एरी के नेतृत्व में घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।।उत्तराखंड क्रांति दल के मुख्य संरक्षक काशी सिंह ऐरी ने भी भराड़ीसैंण में हुए लाठीचार्ज की घोर निंदा करते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम को लाठीचार्ज की जांच का नाटक बंद करके तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योंकि उन्होंने जन भावनाओं का अनादर किया है। काशी सिंह ऐरी का कहना है कि 2022 के चुनाव में बीजेपी की विदाई तय है। गैरसैंण लाठीचार्ज के विरोध में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने मसूरी के शहीद भगत सिंह चैक पर प्रदर्शन किया गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा जो बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की गई है, वह निंदनीय और अशोभनीय है। सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। जिस प्रदेश की अवधारणा को लेकर उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था, वह आज अफसरशाही और माफियाओं का गढ़ बन चुका है। आज सरकार जनता के साथ छलावा कर रही है. राज्य की जनता आने वाले चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी। गैरसैंण लाठीचार्ज के विरोध में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने मसूरी के शहीद भगत सिंह चैक पर प्रदर्शन किया गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा जो बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की गई है, वह निंदनीय और अशोभनीय है। सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। जिस प्रदेश की अवधारणा को लेकर उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था, वह आज अफसरशाही और माफियाओं का गढ़ बन चुका है।
आज सरकार जनता के साथ छलावा कर रही है। राज्य की जनता आने वाले चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।वही रामनगर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में नगर पालिका स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर फूलमाला चढ़ाकर सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की। आप कार्यकर्ताओं ने प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुपाल रावत के नेतृत्व में रानीखेत रोड पर त्रिवेंद्र सरकार का पुतला दहन किया।