गरीब की थाली को महंगी नहीं होने दूंगा : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संबोधित किया। भाषण में उन्होंने कहा आजादी के इस पावन पर्व पर सवा सौ करोड़ देशवासियों को, विश्व में फैले हुए सभी भारतीयों को लाल किले की प्राचीर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आजादी का यह पर्व, 70वां वर्ष एक नया संकल्प, नई उमंग, नई ऊर्जा, राष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प पर्व है। आज हम जो आजादी की सांस ले रहे हैं, उसके पीछे लक्ष्याव्धि महापुरुषों का बलिदान है, त्याग और तपस्या की गाथा है। वेद से विवेकानंद तक, उपनिषद् से उपग्रह तक, सुदर्शन चक्रधारी मोहन से ले करके चरखाधारी मोहन तक, महाभारत के भीम से ले करके भीमराव तक, एक हमारी लम्बी इतिहास की यात्रा है, विरासत है। भारत की उम्र 70 साल नहीं है, यह यात्रा 70 साल की है। अब स्वराज्य (Self-Governance) को सुराज्य (Good-Governance) में बदलना, ये सवा सौ करोड़ देशवासियों का संकल्प है। पंचायत हो या Parliament हो, ग्राम प्रधान हो या प्रधानमंत्री हो, हर किसी को, हर Democratic Institution को सुराज्य (Good-Governance) की ओर आगे बढ़ने के लिए अपनी जिम्मेवारियों को निभाना होगा, अपनी जिम्मेवारियों को परिपूर्ण करना होगा।भारत के पास अगर लाखों समस्याएं हैं तो सवा सौ करोड़ मस्तिष्क भी हैं जो समस्याओं का समाधान करने का सामर्थ्य भी रखते हैं। शासन संवेदनशील होना चाहिए, शासन उत्तरदायी होना चाहिए। आज सरकार के बड़े अस्पतालों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होते हैं और पूरा मेडिकल रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होता है। आज एक मिनट में 15 हजार रेल टिकट मिलना संभव हो गया है।शासन में सुराज के लिए पारदर्शिता पर बल देना उतना ही महत्वपूर्ण है। महंगाई रोकने में हमने भरपूर कोशिश की है। गरीब की थाली को महंगी नहीं होने दूंगा। हमने जमीन की सेहत पर ध्यान दिया। हमने स्वाइल हेल्थ कार्ड और जल प्रबंधन पर बल दिया है।