खाने को बर्बाद ना करे : पर्यावरण मंत्री
मोरक्को के माराकेच में चल रहे सीओपी-22 में बाल दिवस के अवसर पर देश के बच्चों के लिए भेजे संदेश में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल माधव दवे ने बच्चों से दृढ़तापूर्वक अनुरोध किया कि की वे ‘खाने की प्लेट में उतना ही खाना लें जितना खा सकें, खाने को बर्बाद करना एक कार्बन अपराधी होने जैसा है’। उन्होंने कहा कि गांधी जी, नेल्सन मंडेला, बुद्ध और महावीर ने न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट की जिस जीवन शैली को अपनाया था उसमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने की कुंजी विद्यमान है। मोरक्को के माराकेच में आयोजित सीओपी-22 में ‘लो कार्बन लाईफ स्टाइल्स – राइट च्वाइस फॉर ऑवर प्लेनेट’ नामक पुस्तक का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा कि हमें भविष्य के आंदोलन के रूप में न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट की जीवन शैली अपनानी चाहिए। हमें संसाधनों के संरक्षण का विचार आगे बढ़ाने की जरूरत है। परिवर्तन की हवा खुद से और अपने भीतर से शुरू होती है। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि उन्होंने इस उद्देश्य की दिशा में कुछ कदमों की शुरुआत की है लेकिन वे दुनिया के लिए इनकी घोषणा कम-से-कम दो महीने तक लागू करने के बाद ही करेंगे। इस अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन सचिव अजय नारायण झा ने कहा कि पेरिस समझौता की सफलता की कुंजी प्रि-2020 कार्रवाई में निहित है।