गाय, दलित के बाद अब कश्मीर पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
भाबरा/भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिला पहुंचे और वहां महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के जन्मस्थान भाबरा में भारत छोड़ो आंदोलन की जयंती पर आजादी 70 साल-याद करो कुर्बानी अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह भूमि वीरों की है. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत वहां की स्थानीय बोली में की. कश्मीर मुद्दे पर विरोधियो व विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहे नरेंद्र मोदी ने आज यहां अपना सम्बोधन कश्मीर पर केंद्रित रखा। प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले शनिवार को गाय व गौरक्षा व रविवार को तेलंगाना में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात कह चुके हैं. गाय, दलित व कश्मीर तीन ऐसे मुद्दे हैं, जिस पर पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार आलोचकों के निशाने पर हैं.प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों मुद्दों पर बारी-बारी से देश के सामने अपना स्टैंड अब स्पष्ट कर दिया है | ध्यान रहे कि कल राज्यसभा में कश्मीर मुद्दे पर राजनीतिक पहल की मांग करते हुए विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खामोश तमाशाई बताया था। पीएम मोदी ने कहा हम आज आजादी के उन दीवाने को याद करें, जिन्होंने आजादी के लिए जवानी खपा दी. उन्हीं के कारण आज हम आजादी की सांस ले पा रहे हैं. उन्होंने इस अवसर पर आजादी की लड़ाई में जान देने वालों का उल्लेख किया और कहा कि शायद ही उन्हें पढने-लिखने का अवसर मिला हो लेकिन वे आजादी का मतलब जानते थे. पीएम मोदी ने कहा कि 8 अगस्त को 75 साल पहले महात्मा गांधी ने अंग्रेजों को भारत छोडऩे के लिए कहा था. आज उचित वक्त है उन्हें याद करने का जिनके कारण हमें आजादी नसीब हुई है. हमारे पूर्वजों ने हमारे लिए जान की बाजी लगा दी, अपने परिवार को उजाड़ दिया, अपना सबकुछ देश के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल के बाद भी कई गांवों में बिजली नहीं पहुंच पाई है. वे अब भी 21वीं सदी में 18वीं सदी का ही जीवन जी रहे है | पीएम मोदी ने कहा कि सभी भारतीय कश्घ्मीर जाना चाहते हैं और उस स्वर्ग का आनंद लेना चाहते हैं लेकिन कुछ मुठ्ठी भर लोग जो गुमराह हैं |