अब खली बना रहे है अनेको खली
द ग्रेट खली का नाम ही काफी है रेसलिंग के खिलाड़ियों के लिए | खली डब्लूडब्लूई के द्वारा देश का नाम रौशन किया | इसी कड़ी में फ्री स्टाइल कुश्ती में दुनिया भर में धाक जमाने वाले दिलीप सिंह राणा उर्फ खली ने डब्ल्यूडब्ल्यूई (वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट) से अलग होने के बाद खली ने चार माह पहले एकेड़मी खोली देश की पहली रेसलिंग एकेडमी में 40 युवा ट्रेनिग ले रहे है इनमे लडकिया भी है | खली का। कहना है की देश के युवाओ की जवानी नशा में नही देश के नाम रोशन करने में होनी चाहिए | इसी कड़ी का उदाहरण मोगा के लवप्रित और चंडीगढ़ के अली है जो अपने मेहनत के दम पे 1.4 करोड़ का डब्ल्युडब्ल्यूई करार कर अमेरिका गए है | एकेडमी में लड़कियों की टीम भी तैयार हो रही है जिसमे 100 किलो की दिल्ली निवासी बॉबी भी इसी का हिस्सा है|6 फिट लंबी बॉबी रोजाना 30 अंडे , तीन किलो दूध , 500 ग्राम दाल खाती है उसके बाद अपनी सहयोगी रीता के साथ जब रिंग पर दहाड़ती है तो लड़के भी एक बार पीछे हट जाते है |