एक हाथ खोकर भी हौसला नहीं हारे देवेंद्र, देश को मिलेगा गोल्ड
ओलंपिक खेलों के बाद रियो डी जेनेरियो में आयोजित अब सबकी नजरें पैरा ओलंपिक पर हैं. ये खेल दिव्यांगों के हौसले का परिचायक है. मुश्किलों के सामना कर यहां तक पहुंचे खिलाड़ियों के जज्बे का जवाब नहीं. साक्षी मलिक और पीवी सिंधू के ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन से हासिल हुए मेडल के बाद अब देखना ये होगा कि पैरा ओलंपिक से भारत की झोली में कितने पदक आएंगे . जानकारी अनुसार इस बार रियो के पैरा ओलंपिक में भारतीयों का सबसे बड़ा दल गया है. जैवलिन थ्रो में वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले देवेंद्र झाझड़िया भी इस दल में शामिल हैं जिनसे भारत को काफी उम्मीदें हैं. बता दें कि 12 साल पहले यानी 2004 में एथेंस पैरा ओलंपिक में देवेंद्र जैवलिन थ्रो में भारत को गोल्ड मेडल दिला चुके हैं.उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड में 62.15 मीटर जैवलिन फेंक कर बनाया था. देवेंद्र को इस उपलब्धि पर 2005 में अर्जुन अवॉर्ड और 2012 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके उपरान्त 2013 में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता था.