बिना विधि-शासन के सतत विकास संभव नहीं: राजनाथ सिंह
सरकार ने आज विधि-शासन के जरिये सतत विकास हासिल करने तथा पर्यावरण शासन मुहैया कराने और नीति आधारित निर्णय लेने की दिशा में अपनी प्रतिबद्ध दोहराई।केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां 2030 के विकास एजेंडा के समर्थन के लिए विधि-शासन पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बिना विधि-शासन के सतत विकास संभव नहीं है और सतत विकास के लिए शांति एवं सद्भावना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय ने हिंसा के सभी रूपों में कमी लाने तथा न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विधि-शासन को बढ़ावा देने की जरूरत पर गौर किया है।केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर में 190 से अधिक देशों द्वारा अंगीकृत संयुक्त राष्ट्र के 2030 का एजेंडा एवं सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) अर्जित करने के लिहाज से जटिल और बृहत हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व विकास की दिशा में पहले से कहीं अधिक सक्रिय, प्रतिक्रियाशील, अन्वेषक और समावेशी दृष्टिकोण की जरूरत महसूस करता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि एक ऐसे विश्व में, जहां एक छोटी आबादी का समृद्धि एवं भौतिक संपत्ति पर कब्जा है, एसडीजी को संपन्न वर्गों एवं निर्धनों के बीच की खाई को कम करने पर अधिक ध्यान
केंद्रित करना चाहिए।