Breaking News:

देशभर में मात्र 25 साल के उम्र के यह चार बने सांसद, जानिए खबर -

Thursday, June 13, 2024

इस बार लोकसभा चुनाव में चुने हुए सांसदों में 251 के खिलाफ आपराधिक मामले, जानिए खबर -

Wednesday, June 12, 2024

₹1000 के नोट की वापसी , जानिए खबर -

Wednesday, June 12, 2024

बढे चलो बढ़े चलो …… -

Wednesday, June 12, 2024

उड़ीसा 40+ नेशनल टीम ने डी एफ ए खेलो मास्टर्स उत्तराखंड को हराया -

Wednesday, June 12, 2024

अंतर सचिवालय हॉट वेदर कप पर सचिवालय डेंजर टीम का कब्जा -

Sunday, June 9, 2024

राजकीय प्राथमिक सहायक अध्यापक भर्ती: 143 प्रशिक्षुओं को मिलना चाहिए न्याय, जानिए खबर -

Saturday, June 8, 2024

सचिवालय डेंजर और पैंथर्स की टीम पहुँची फाइनल में, जानिए खबर -

Saturday, June 8, 2024

पैरा एथलीट खिलाड़ी सौरभ शर्मा ने स्विट्जरलैंड में जीता दो स्वर्ण पदक, बढ़ाया मान -

Saturday, June 8, 2024

अंतर सचिवालय हॉट वेदर टी10 क्रिकेट प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ -

Friday, June 7, 2024

विधिक जागरुकता शिविर सम्पन्न -

Thursday, June 6, 2024

शनि जयंती के अवसर पर कीर्तन, भंडारे का आयोजन, जानिए खबर -

Thursday, June 6, 2024

क्रिकेट प्रतियोगिता : जितने लगेंगे छक्के, क्लब उसके 5 गुना लगाएगी पौधे , जानिए ख़बर -

Wednesday, June 5, 2024

पहचान : देहरादून का चमकता सितारा नरेश सिंह नयाल -

Monday, June 3, 2024

जून से आधार अपडेट और ड्राइविंग लाइसेंस के नियमो में होगा बदलाव, जानिए खबर -

Monday, June 3, 2024

सनी देओल पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप, जानिए खबर -

Monday, June 3, 2024

विश्व साइकिल दिवस पर साइकिल रैली का आयोजन -

Monday, June 3, 2024

निःशुल्क परीक्षण शिविर का हुआ आयोजन , जानिए खबर -

Monday, June 3, 2024

नृत्य किनकिनी प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ -

Monday, May 27, 2024

प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक विपुल शाह उत्तराखण्ड में नयी फिल्म को लेकर उत्सुक -

Thursday, May 16, 2024



लापरवाही डेल्टा प्लस वैरिएंट की तीसरी लहर का कारण बन सकती है : एम्स

ऋषिकेश । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों का सचेत किया है। एम्स के मुताबिक कोविड सुरक्षा नियमों को लेकर लापरवाही डेल्टा प्लस वैरिएंट की तीसरी लहर का कारण बन सकती है। ऐसे में केवल वैक्सीनेशन और कोविड सुरक्षा नियमों का पालन से स्वयं को सुरक्षित रखा जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार डेल्टा वैरिएंट अभी तक विश्व के 100 देशों में पाया जा चुका है। डेल्टा वैरिएंट को बी. 1.617.2. स्ट्रेन भी कहते हैं। जबकि ’डेल्टा प्लस’ वेरिएंट बी. 1.617.2.1 है। कोरोना वायरस के स्वरूप में आ रहे बदलावों की वजह से ही डेल्टा वायरस बना है। एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि कोरोना वायरस के अन्य सभी वैरिएंटों की तुलना में डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से फेफड़ों में कोविड निमोनिया का संक्रमण अधिक हो सकता है। यह भी संभावना है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट में एंटीबॉडी कॉकटेल’ जैसी दवा का भी शत-प्रतिशत असर नहीं हो पाए। लेकिन वैक्सीन लगा चुके लोगों में इसकी वजह से गंभीर किस्म के संक्रमण का कोई मामला फिलहाल भारत में नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अब तक देश के 12 राज्यों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि बीते महीने में एम्स ऋषिकेश ने कोरोना संक्रमितों की रैंडम सैंपलिंग की थी। 15 संक्रमितों के सैंपल डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच के लिए आईसीएमआर भेजे गए थे। लेकिन इनमें से किसी भी सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। आरएनए वायरस की पहचान है कि यह बार-बार म्यूटेशन कर अपना रूप बदलता है। अभी तक कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा और  डेल्टा प्लस आदि रूपों की पहचान हो चुकी है।

Leave A Comment