योग को खेल के रूप में मान्यता मिला
विभिन्न खेलों के वर्गीकरण की समीक्षा की गई तथा संशोधित खेल वर्गों और प्रत्येक वर्ग के खेलों के लिए मान्य वित्तीय सहायता राशि के बारे में 23 मार्च, 2015 को आईओसी तथा सभी मान्यता प्राप्त खेल संघों को जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि सामान्य वर्ग के खेलों को बनाया रखा जायेगा। इस वर्ग में शामिल होने के लिए मानकों तथा दी जाने वाली वित्तीय सहायता की जानकारी में अलग से दी जायेगी। युवा मामले तथा खेल मंत्रालय द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि ओलंपिक, एशियाई खेल, राष्ट्रीय मंडल खेल जैसे विशेष आयोजनों के लिए विभिन्न वर्गों में स्थान प्राप्त किए हुए खेलों तथा व्यक्तिगत स्पर्धा में 8वां रैंक तथा ओलंपिक /एशियाई खेल, राष्ट्रीय मंडल खेल तथा एशियाई और विश्व चैंपियनशिप में 10वां रैंक प्राप्त करने वाले को सामान्य वर्ग में रखा जायेगा। राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए धन दिया जायेगा। एक वर्ष में भारत में एक अंतराष्ट्रीय स्पर्धा के लिए धन दिया जायेगा।सीनियर तथा जूनियर दोनों श्रेणियों में एक-एक अधिकतम एक विदेशी अनुभव अभ्यास के लिए धन दिया जा सकता है। प्रमुख अंतराष्ट्रीय खेलों में पिछले प्रदर्शन के आधार पर अन्य श्रेणी में रखे गये खेलों को ऊपर उठाकर सामान्य श्रेणी में रखने का निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय खेलों को प्राथमिकता श्रेणी में रखने का भी निर्णय लिया गया है। योग को खेल के रूप में मान्यता देने और इसे प्राथमिकता श्रेणी में रखने का निर्णय लिया गया है।