अभी इंसानियत जिंदा है मेरे भाई …, जानिए खबर
इंसानियत को जिंदा रखा है विकास चौहान एवं सोनू कुमार ने
देहरादून | इस कलयुग काल मे इंसानियत देखने एवं सुनने को कम ही मिलते है इन्ही कम देखने एवं सुनने में है देहरादून के विकास चौहान एवं भाई सोनू कुमार | इंसानियत को जिंदा रखा है विकास चौहान एवं सोनू कुमार ने | जी हां देहरादून के टर्नर रोड निवासी विकास चौहान समाजसेवी के साथ साथ एक एनजीओ में भी है | विकास चौहान ने बताया कि 14 सितम्बर रात करीब 7 बजे देहरादून शिमला बाईपास रोड के जीएमएस रोड जाते समय गत्ते का एक डिब्बे मिले जिसमे अस्सी हजार के ऊपर रुपये थे | तभी वह आस पास देखे तो एक पति पत्नी कुछ ढूढ़ रहे है उनके पास जा कर उन्होंने पूछा क्या हुआ तो दम्पत्ति भरे मन से अपनी आप बीती बताए यह सुन उनके बात में सच्चाई होने पर विकास एवं उनके भाई सोनू ने उनके गिरे पैसे के डिब्बे को उनके हाथ मे सौप दिए यह देख उन दम्पत्ति को खुशी का ठिकाना नही रहा | विदित हो कि दम्पत्ति वह पैसे ब्याज पर लिए हुए थे अपनी माँ के आँख के ऑपरेशन के लिए | विकास ने उनके पैसे लौटाकर इंसानियत की एक मिसाल कायम किये |