दूनवासियों ने लगाई तर्ला नागल जंगल को बचाने की गुहार
देहरादून । देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन, मेकिंग अ डिफरेंस बाय बींग द डिफरेंस (मैड) ने तर्ला नागल जंगल को बचाने के लिए आयोजित की गयी सितिजेन वॉक मे हिस्सा लिया। तर्ला नगाल जंगल को एमडीडीए ने एक सिटी पार्क बनाने के लिए चिन्हित किया है। नागरिकों ने एमडीडीए की इस अस्थिर योजना, जिससे कि तर्ला नागल मे रह रहे अनेक पक्षी प्रजातियों और जानवरों को खतरा हो सक्ता है, उसके खिलाफ आवाज उठाई। मैड के करन कपूर ने कहा, एमडीडीए का नाम बदल कर मसूरी देहरादून विनाश प्राधिकरन रख देना चाहिए क्योंकि वह आजकल यही काम कर रहे हैं। तर्ला नागल एक खूबसूरत जंगली इलाका है और हम एमडीडीए को उसे ऐसे बर्बाद नही करने देंगे। शहर के विभिन्न हिस्सों से नागरिकों ने इस अभियान मे हिस्सा लिया। बहुत से फोटोग्राफर और सुबह चलने वाले लोग जो इस इलाके मे सालों से आते रहे हैं, उन्होने यहाँ के वन्य जीवन के साथ हुए अपने अनुभव सांझा किए। इस वॉक की शुरुआत अशीष गर्ग ने की जिसमे राजपुर कम्युनिटी इनिशिएटिव की रीनू पौल, प्रमुख के परम्जीत कक्कर, फ्रेंड्स ऑफ दून के भरत शर्मा, सिटीजनस ऑफ ग्रीन दून के हिमांशु शर्मा से समर्थन मिला। मैड की ओर से करन कपूर, श्रेया रोहिल्ला, राहुल गुरु, करन्बीर, कनिका, खुशाली, और दरिश ने इस वॉक मे भाग लिया।