विश्वरूपम -2 : कमल हासन के फैन्स को भी निराश करेगी कमजोर कहानी
विश्वरूपम-2 के साथ सिल्वर स्क्रीन पर सुपरस्टार कमल हासन वापस आए हैं। पहला पार्ट 2013 में रिलीज हुआ था। जिस पर कई विवाद भी हुए थे। विश्वरूपम 2 वहीं से शुरू होती है जहां पहली विश्वरूपम खत्म हुई थी। रॉ एजेंट विजाम अहमद कश्मीरी (कमल हासन), डॉ. निरूपमा ( पूजा कुमार), एजेंट असमिता (एंड्रिया जेरेमिया) के साथ सीनियर कर्नल जगन्नाथ (शेखर कपूर) लंदन जा रहे होते हैं। इस शक के साथ कि वहीं आतंकवादी उमर (राहुल बोस) छुपा हुआ है। उमर और उसके समर्थकों को न्यूयॉर्क पर अटैक करने से रोकना ही इनका मिशन है। जल्द ही उन पर हमला होता है। विजाम सिचुएशन पर कंट्रोल कर लेता है। इस पार्ट में ऐसा कुछ भी एंटरटेनिंग नहीं है। फिल्म में कमल की स्टाइल की झलक मिलती है लेकिन पहली फिल्म की तुलना में फिल्म कमजोर लगती है। फिल्म में कई सांसें रोकने वाले एक्शन सीक्वेंस हैं। जो आपको सीट से चिपका रहने पर मजबूर करते हैं। लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं है। फिल्म की स्टोरी लाइन, कहानी में आने वाले ट्विस्ट और टर्न रोमांचित नहीं करते जैसा कोई जासूसी नाटक करता है। पहली फिल्म में कमल हासन ने पहचान छिपाने के लिए तीन अवतार लिए थे। जिसमें से एक कथक इंस्ट्रक्टर का था जिसने स्टोरी में वेल्यू एड किया था।