पूरा गांव व दो बसें मलबे में दफन, 50 लोगों की मौत
मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में जोगेंदरनगर व मंडी के बीच पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार देर रात करीब एक बजे कोटरोपी में भूस्खलन होने से भारी नुकसान हुआ है। यहां अचानक दरकी एक पहाड़ी के कारण पूरा गांव ही बह गया है। इस मलबे की चपेट में गांव में एनएच में चाय पीने के लिए रूकी हमिाचल पथ परविहन नघ्गिम की दो बसें भी यात्रयिों सहित मलबे में दफन हो गई हैं। इससे कई लोगों के मरने की आशंका है। हादसे में फिलहाल 15 लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं। जबकि कई लोग अब भी दबे हैं। 50 से अधिक लोगों के मरने की आशंका है। सांसद रामस्वरूप मौके पर पहुंच गए हैं। जैसे ही यह बसें कोटरोपी के पास पहुंची, तो वहां पहले से ही हो रहे भूस्घ्खलन की चपेट में आ गई। हालांकघ्पहले यह बात बताई जा रही थी कि यह बसें यहां चाय पीने के लिए रूकी हुई थी। लेकिन ऐसा नहीं था। दोनों ही बसें सड़क पर चली हुई थी ! इस दौरान ही दोनों भूस्घ्खलन की चपेट में आई है। इसमें मनाली-कटड़ा तथा चंबा-मनाली रूट पर जा रही बसों सहघ्ति कुछ वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए। हादसे के बाद चंबा मनाली रूट की बस में से करीब 15 मिनट पहले बचाओ – बचाओ की आवाजें आती रही। लेकिन मौके पर उस समय पहुंच पाना आसान नहीं था। भारी बारिश के कारण आए मलबे व पानी से यह बस करीब एक किलोमीटर नीचे बाह गई है। भारी बारिश व अंधेरा होने के कारण प्रशसन ने राहत एवं बचाव कार्य रोक दिया है।